श्री रमाकान्त पाराशर, एडवोकेट
September 17, 2024श्री अशोक चतुर्वेदी
September 17, 2024जन्म – 2 अगस्त 1945 ई.
जन्म स्थान – ग्राम कछुवा कलाँ राठ-हमीरपुर
जीवन परिचय – कविवर आचार्य वंशगोपाल द्विवेदी का जन्म ग्राम कछुवा कलाँ राठ-हमीरपुर के कान्यकुब्ज (ब्राह्मण) परिवार में 2 अगस्त 1945 ई. को हुआ था। आपके पिता स्वनाम धन्य स्व.चतुर्भुज द्विवेदी थे। दुर्दैव ने माँ एवं पिता का प्यार बाल्यकाल में ही छीन लिया था। आपने सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से साहित्याचार्य एवं शिक्षा शास्त्री (बी.एड.) की परीक्षा तथा बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय से हिन्दी विषय में एम. ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की हैं। संप्रति आप लक्ष्मी व्यायाम मन्दिर इण्टर कॉलेज झाँसी में अध्यापन कार्य में रत हैं।
श्री द्विवेदी जी ने समय-समय पर कहानी, लेख एवं स्फुट रचनायें लिखी हैं जो अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं तथा अधोलिखित ग्रन्थों का प्रणयन किया है जो अभी अप्रकाशित हैं।
(1) इन्दल हरण (खण्ड काव्य)
(2) शिक्षा प्रद संस्मरण
(3) फलक विविधावली (शोध ग्रन्थ)
द्विवेदी जी की भाषा प्रसाद गुण पूर्ण है। जिसमें प्रचलित उर्दू संस्कृत के शब्दों का समावेश है। देश की बिगड़ती दशा से उनका हृदय आहत हुआ है। उसी की वेदना उनके काव्य में मुखर होकर सामने आई है।