चन्देरी के उत्तर पश्चिम में 15 कि.मी. दूर यह क्षेत्र स्थित है। वस्तुतः अंग्रेजों ने इसे ‘ओल्ड चन्देरी’ कहा था जिसे कुछ लोगों ने गलत अनुवादित कर बूढ़ी चन्देरी नाम दे दिया।
इतिहास
प्राचीन कथानकों के आधार पर पौराणिक कालीन यदुराज श्री कृष्ण के प्रतिद्वन्द्वी ‘चेदिराज’ शिशुपाल की राजधानी यहीं रही है। जिसे वर्तमान में पुरानी या बूढी चन्देरी कहते हैं। यहाँ स्थित मूर्तियाँ बिना किसी. अभिलेख के हैं। परन्तु यह अनुमान लगाया जाता है कि इन्हें कम से कम दो सहस्र वर्ष पूर्व का तो होना ही चाहिये।
पुरातत्वपुरातत्व
इस स्थान पर एक प्राचीन जीर्ण-शीर्ण गढ़ी और जिनालय विद्यमान है। यहाँ की मूर्तियाँ अष्ट प्रतिहार्य युक्त तथा सर्वांगसुन्दर हैं। यह प्राचीन कला- तीर्थ अपनी उच्चस्तरीय शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की अधिकांश मूर्तियाँ चन्देरी के संग्रहालय में प्रदर्शित की गई हैं।
वर्तमान में यह जैन क्षेत्र पूर्ववत नहीं रह गया है केवल कलावशेषों के लिये इसका ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व शेष है।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।