अपनें दाम खोटे तौ परखैये का दोस ?

Example 1:

जब घर का ही आदमी बात न सुने अथवा खोटा काम करे तब दूसरों से क्या कहा जाय ?

Example 2:

जा है कीरत नंद बाबा की, लै गई मोह कन्हैये। अपने खोटे दाम ईसुरी, दोस कौन परखैये।