जगन्नाथ के भात कों जगत पसारे हात।

Example 1:

श्रेयस्कर वस्तु को लेने की इच्छा सभी करते हैं। पुरी जगन्नाथ जी के मंदिर में भात का प्रसाद बँटता है और सभी वर्णों तथा जातियों के लोग प्रेम पूर्वक एक साथ बैठ कर खाते हैं।