जिअत महोबे हम ना जैहैं कागा मरे हाड़ लै जायें।

Example 1:

किसी काम को न करने का दृढ़ निश्चय।

Example 2:

बुन्देली काव्य 'आल्हा' में आल्हा का परिमाल से उस समय का कथन जब परिमाल उसके पास कन्नौज से महोबा चलने के लिए उसे मनाता है।