ठाँव गुन काजर, ठाँव गुन कारख।

Example 1:

एक ही वस्तु स्थान के प्रभाव से अच्छी और बुरी बन जाती है। आँखों में आँजें जाने के लिए इकट्ठा किया गया वही धुआँ काजल कहलाता है, और वही दूसरी जगह लगने से कालिख समझा जाता है।