ढोंगे, काय डरे भौमें, दये हुये कछू गों में।
Example 1:
चालाक और स्वार्थी के लिए कहते हैं।
Example 2:
एक चालाक आदमी था। उसका नाम था ढोंगे। एक बार वह जमीन पर औंधा गिर पड़ा। किसी ने पूछा- तुम इस तरह क्यों पड़े हो ? एक और दूसरे आदमी ने उत्तर दिया- किसी मतलब से ही पड़े होंगे। बात असल में यह थी कि वहाँ जमीन पर एक रुपया पड़ा हुआ था, जिसे उठाने के लिए वह जान-बूझ कर गिर पड़ा था, जिसमें कोई उसे रुपया उठाते देख न ले।