तरवार मारै एक बेर, अहसान मारै बेर बेर।

Example 1:

तलवार का घाव तो एक ही बार लगता है, और अच्छा भी हो जाता है, परन्तु जब कोई आदमी किसी का उपकार करता है तो वह बार-बार उसका स्मरण कराके उसे दबाता है, जिससे मन को दुःख पहुँचता है।