तीतर के मों लच्छमी।
Example 1:
तीतर की वाणी सफल हो! अथवा क्या पता तीतर क्या कहे ? उसके मुंह में तो लक्ष्मी का वास है।
Example 2:
जब किसी अदालत में अथवा व्यक्ति विशेष के पास से किसी महत्त्वपूर्ण निर्णय की प्रतीक्षा की जा रही हो तब कहते हैं। तीतर की बोली शुभ मानते हैं, और यह विश्वास किया जाता है कि उसकी बोली सुनने से यम भाग जाता है। उसी से कहावत बनी है।