अष्ट कपाली1 दालुद्री, जब चालै तब सिद्ध।

Example 1:

(1.अभागा।) शकुन और मुहूर्त तो धनवान के लिए हैं, जो जन्म से ही दरिद्री और अभागा है उसे यात्रा का मुहूर्त आदि क्या देखना। वह तो जब चल दे तभी शुभ।

Example 2:

भद्रा वा घर होयेंगे जिनके हैं नौ निद्ध। अष्ट कपाली दालुद्री जब चालै तब सिद्ध।।