नारि मुई घर संपति नासी। मूंड़ मुड़ाये भये संन्यासी।।

Example 1:

ऐसे लोगों पर व्यंग्य जो स्त्री के मरने अथवा संपत्ति का नाश होने पर साधू हो जाते हैं?