नीम न मीठे होयँ, खाओ गुर घी सें।

Example 1:

यह कहावत इसी रूप में प्रचलित है। परन्तु उसका शुद्ध रूप है- नीम न मीठे होय, सींचो गुर घी सें।

Example 2:

पयसा सिंचते नित्यम् न निम्बम् मधुरायते - संस्कृत (नित्य दूध से भी सींचने पर नीम कभी मीठा नहीं होता)