पाई-पुरिया सी पूरत फिरत।
Example 1:
किसी एक स्थान पर बार-बार इधर से उधर निकलने और काम में अड़चन डालने वाले ऊघमी लड़के के लिए प्रयुक्त। (ताना बनाने के लिए एक निश्चित लंबाई के भीतर थोड़ी-थोड़ी दूर पर गड़ी हुई चौमुखी लकड़ियों में सूत भरने को पाई-पुरिया पूरना कहते हैं। यह कार्य प्रायः स्त्रियाँ ही करती है। पुरिया पूरते समय वे बड़ी तेजी से एक छोर से दूसरे छोर पर जातीं और वापिस लौटती है।)