पान पुरानों घृत नयो उर कुलवंती नार। / जे तीनउ तब पाइये जब प्रसन्न करतार।।

Example 1:

पुराना पान, नया घी और कुलीन स्‍त्री के प्राप्‍त होने पर यह माना जाता है कि परमेश्‍वर की कृपा है।