बरस लगे अगनौआ, पटौ फेर वो दौआ1।
Example 1:
(1-अहीर, किसान।) सावन के महीने में पुष्य नक्षत्र में लगातार वर्षा होने से भूमि को अच्छी तरह जोतने-बखरने का अवकाश नहीं मिलता। अतः किसान को उपदेश दिया गया है कि पुष्य-नक्षत्र का जल बरस रहा है। भलाई इसी में है कि खेती के लिए पट्टे पर जो जमीन ली है वह वापिस कर दीजिए। दे. अगन्नौआ बतर पऊँ।