बालापन में बियाव न भये, तरुनाई रस बस न ठये। / वृद्धापन तीरथ ना गये, ते नर सदा बिबूचे रये।।

Example 1:

बाल्यावस्था में जिनका विवाह नहीं हुआ, युवावस्था में जिन्होंने सुखभोग नहीं किया, और बुढ़ापे में जिन्होंने तीर्थ-यात्रा नहीं की वे मनुष्य सदैव गड़बड़झाले में ही पड़े रहे।