इक लख पूत सवा लख नाती। ती रावन घर दिया न बाती।।

Example 1:

धन, यौवन और बड़े कुटुम्ब का गर्व नहीं करना चाहिए। ईश्वर का कोप होने पर सब पल भर में विलीन हो जाता है जैसे रावण का हुआ।