राँड़ें तौ रँड़ापो तब काटें जब रँड़ुआ काटन देयँ।

Example 1:

विधवाएँ तो सच्चरित्र तब रहें जब रँडु‌आ रहने दें ! ठीक ढंग से रहा तो तब जाय जब मित्र लोग रहने दें।