राम झरोखाँ बैठके सबको मुजरा लेत। जीकी जैसी चाकरी तीकों तैसो देत।। / राम न रूठे, सब जग रूठे। / राम नाम की माया, कऊँ धूप कऊँ छाया

Example 1:

जो जैसा कर्म करता है वैसा ही प्रतिफल, परिणाम प्राप्‍त करता है।