लाल बुझक्कड़ बुज्झ कें और जिन बुज्झो कोय। / कुआ पुरानो हो गओ सो गुद कड़ आई होय।।

Example 1:

एक बार किसी गाँव के एक कुँए में गेंदे का फूल गिर गया। पनहारी जब पानी भरने गयी तो उस पीली-पीली वस्तु को देख कर बड़ी घबरायी कि यह क्या है। अंत में यह खबर लाल बुझक्कड़ के पास पहुँची। उन्होंने आकर बताया कि कुआँ बहुत पुराना हो गया है। इसलिए यह उसकी गुद निकल आयी है।

Example 2:

(ये लाल बुझक्कड़ कौन थे और हमारे देश के किस ग्राम को कब अपने जन्म से उन्होंने धन्य किया दुर्भाग्यवश इसका कहीं कुछ पता नहीं चलता। परन्तु कहने की आवश्यकता नहीं कि ऐसे व्यक्तियों का जो गूढ़ से गूढ़ विषयों पर बिना पूछे ही सदैव अपनी सम्मति प्रदान करने के लिए उद्यत रहते हैं, किसी देशकाल में अभाव नहीं रहा। उनको लक्ष्य करके ही लाल बुझक्कड़ की ये उक्तियाँ कही जाती हैं। - संपादक)