साधुअन कों स्वाद सें का काम ?

Example 1:

साधुओं को स्वाद से क्या काम ? अपनी निस्पृहता दिखा कर काम बनाना।

Example 2:

एक साधू महाराज किसी के दरवाजे पर पहुँचे और मक्खन माँगने लगे। भीतर से घर की मालकिन ने उत्तर दिया- 'महाराज, अभी तो बिलोया नहीं थोड़ी देर में ले जाइये।' साधू ने कहा- 'कोई बात नहीं बाई, बिलोया नहीं तो बिन बिलोया ही दे दो। साधुओं को स्वाद से क्या काम ? स्त्री ने बिना बिलोया दही लाकर दे दिया और साधू ने उससे अपना काम चलाया।