हाँई कौ मरे, नाँई कौ जिये।

Example 1:

किसी आदमी से 'हाँ' कह देने पर बाद में काम न किया जाय तो निराशा से वह मरने तुल्य हो जाता है, परन्तु पहिले से ही किसी को 'ना' कर दी जाय तो उसकी कोई हानि नहीं होती।