हाकिमी गरम की, दूकानदारी1 नरम की, दलाली बेसरम की, सराफी भरम1 की। / दौलत करम की, बात मरम2 की, और आढ़त धरम की।

Example 1:

(1-दूकान में कितनी पूँजी लगी है, अथवा कितना पैसा पास में है इस बात का खुल न पाना। 2-मर्म, सार।)