एक हर हत्या, दो हर पाप। तीन हर खेती, चौ हर राज।।

Example 1:

एक हल की खेती तो मुसीबत है, दो हल की पाप है, तीन हल की खेती कने खेती कहा जा सकता है, और चार हल की खेती हो तो क्या पूछना, वह तो राज्य के तुल्य है। कृ.।