कड़ी1 मुराई ना मुरे, वरिन खां हाथ पसारें।

Example 1:

(1.कढ़ी, दही और बेसन से बना भोज्य पदार्थ।) कढ़ी तो दाँतों से चबाते नहीं बनती, पकौड़ियों को हाथ फैलाते हैं। छोटा काम तो बनता नहीं, बड़ा काम सिर पर लेना चाहते हैं।

Example 2:

कड़ी क दाँत नहीं, फुलैरी का हाथ पसा-रें-बघेली। रस गला लाग, हाड़ सुं हाथ पसारनुं--गढ़० (शोरबा तो गले में अटकता है, हड्डी को हाथ फैलाते हैं)