कपड़ा पैरै तीन बार, बुद्ध, बृहस्पति, शुक्रवार।

Example 1:

नया वस्त्र पहिनने के संबंध में व्यवस्था।

Example 2:

राजस्थान में यह कहावत इस प्रकार प्रचलित है- कपड़ा पहरे तीन बार, मंगल, बुध अर थावरवार1। (1.शनिवार।)