कपूर खुआयें सत्त नईं चड़त।
Example 1:
कपूर खिलाने से सत्त नहीं चढ़ता। कुछ अपना भी गुण चाहिए।
Example 2:
किसी स्त्री या पुरुष के सिर जब देवी आती हैं तब उसके आगे कपूर का होम किया जाता है। फिर भी यदि देवी न आयें तो कपूर खिलाने से तो काम नहीं चल सकता। तात्पर्य यह कि जिसके सिर देवी आने वाली हैं उसमें भी कुछ पात्रता होनी चाहिए।