कभऊँ सक्कर घना, कभऊँ मुट्ठक चना।

Example 1:

कभी खूब शक्कर और कभी केवल मु‌ट्ठी भर चने। संसार में सब दिन एक से नहीं जाते, ईश्वर जो कुछ दे उसी में संतोष करना चाहिए।