काँ राजा भोज, काँ डूँठा तेली।

Example 1:

कहाँ राजा भोज, कहाँ डूँठा तेली।

Example 2:

जब दो व्यक्तियों अथवा दो वस्तुओं में कोई समानता न हो तब व्यवहृत। यह कहावत हमारे देश के विभिन्न प्रांतों में विभिन्न रूपों में प्रचलित है। ये सब रूप यहाँ दिये जा रहे हैं।