कुआ की छाँयरी कुआई में रत।

Example 1:

कुएँ की छाया कुएं में ही रहती है। बड़े आदमियों के घर की बात घर में ही रहती है, बाहर नहीं जा पाती।

Example 2:

बात प्रेम की राखिये अपने मन ही माँहि। जैसे छाया कूप की बाहर निकसत नाँहि। - वृन्द