गाँव को समधी, पोंदन की ओट।

Example 1:

गाँव के समधी की कहाँ तक लाज शरम की जाय ? सामना होने पर पीठ फेरी और निकल गये। निरंतर समीप रहने से मान-सम्मान कम होता है।