अपनी-अपनी परी आन, को जावे कुरयाने कान।

Example 1:

सब अपनी-अपनी मुसीबत में हैं, कुरयाने कौन कहने जाय, अर्थात् कौन दूसरों की फिक्र करे ? कुरयाना। कोरियों का मुहल्ला।