घर कौ चून चुखरियाँ खायें, पराये खाँ डुबकैयाँ लेयँ !

Example 1:

जब घर में सब प्रकार का सुभीता होते हुए भी कोई आदमी इधर-उधर खाने-पीने की फिक्र करे तब कहते हैं।