श्री रसिकबिहारी श्रीवास्तव ‘रसिक’
September 17, 2024श्री शंकरस्वरूप सक्सेना ‘भारती’
September 17, 2024जन्म – 19 सितम्बर सन् 1924 ईस्वी
जन्म स्थान – झाँसी
जीवन परिचय – पं. भगवतीप्रसाद तिवारी ‘व्याकुल’ का जन्म झाँसी में सन् 1924 ईस्वी में 19 सितम्बर को हुआ था। आपके पिता पं. नारायण दास तिवारी थे। आपने तत्कालीन उर्दू मिडिल एवं हाईस्कूल की परीक्षायें उत्तीर्ण की है। आपने चिरकाल तक पोस्ट मास्टर के पद पर कार्य किया है।
व्याकुल जी का रुझान काव्य – रचना के प्रति सन् 1944 से ही हो गया था। आपने उर्दू गजलें एवं हिन्दी निबंध तथा कहानियाँ भी लिखी हैं। उद्भबोधन गर्जन, शंखनाद, तुलसी महिमा एवं रामायण गरिमा आपकी प्रमुख कवितायें हैं। आप अनेक वर्षों तक डाकिया एवं संदेश वाहक पत्रिकाओं के प्रधान सम्पादक रहे हैं, संप्रति आप ‘शांति का दीपक’ पत्रिका के सम्पादक हैं।
व्याकुल जी की भाषा प्रसाद गुण सम्पन्न, तत्सम शब्द युक्त व्यावहारिक खड़ी बोली है। आपकी अलंकार योजना भावों की संयोजक तथा स्वाभाविक है। आपने देशभक्ति, अतीत गौरवगान, मानव के आदर्श ऐसे उपादेय विषयों पर अपनी लेखनी चलाकर समाज को उचित दिशा देने का प्रयास किया है।