श्री मेघराजसिंह कुशवाहा
September 17, 2024आचार्य वंशगोपाल द्विवेदी
September 17, 2024जन्म – 2 सितम्बर 1944 ई. में
जन्म स्थान – ग्राम रमैयापुरा (जि. झाँसी)
जीवन परिचय – श्री रमाकान्त पाराशर एडवोकेट का जन्म ब्राह्मण कुल में ग्राम रमैयापुरा (जि. झाँसी) में 1944 ई. में दो सितम्बर को हुआ था। आपके पिता स्वनाम धन्य स्व. रघुवीर सहाय पाराशर थे। आपने एम.ए. (राजनीति) (इतिहास) एल.एल.बी. तक शिक्षा प्राप्त की है। संप्रति आप मानिक चौक झाँसी में निवास करते हुए वकालत का व्यवसाय कर रहे हैं। विद्यार्थी जीवन से अब तक आपने अनेक कविताओं एवं कहानियों की रचना की है। सैनिक की चाह, अभिलाषा, राष्ट्र प्रेम आपको प्रमुख कविताएँ तथा दो तस्वीरें, वह कौन थी, स्वप्न, भूख प्रभृति मुख्य कहानियाँ हैं।
पाराशर जी ने राजनीतिक क्षेत्र में भी बहुत कार्य किया है। छात्र जीवन में आप बुन्देलखण्ड कॉलेज के छात्रसंघ के लोकप्रिय अध्यक्ष रहे हैं। संप्रति आप अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक संस्थाओं के अध्यक्ष, ओजस्वी वक्ता एवं कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में गरीब मजदूरों एवं किसानों के हितों की रक्षा के लिए संघर्षशील हैं। श्री रमाकान्त जी की भाषा सरल व्यावहारिक प्रसाद गुण सम्मत खड़ी बोली है उन्होंने समाजोपयोगी प्रेरणाप्रद काव्य का प्रणयन किया है जिसमें उनकी राष्ट्रीय चेतना मुखर बनकर सामने आयी है।