आचार्य मदनमोहन एडवोकेट
September 16, 2024श्री बाबूलाल गुप्त
September 16, 2024जन्म –19 नवम्बर सन् 1914 ई.
जन्म स्थान – ग्राम सेसा (झाँसी)
रचनायें – बुन्देलखण्ड का जन-जीवन, बुन्देलखण्ड के ऐतिहासिक महापुरूष आपकी प्रमुख रचनायें हैं।
जीवन परिचय – कविवर श्री लक्ष्मीनारायण शुक्ल ‘वत्स’ का जन्म ब्राह्मण कुल में ग्राम सेसा (झाँसी) में सन् 1914 ई. में 19 नवम्बर को हुआ था। आपके पिता का नाम स्व. रघुवीर सहाय शुक्ल था। संप्रति आप किलेदार कम्पाउण्ड सीपरी बाजार झाँसी में निवास कर रहे हैं। आपने एम.ए. (भूगोल, अर्थ-शास्त्र) एवं एल.टी. की परीक्षायें उत्तीर्ण की हैं। अध्यापन कार्य करने के पूर्व आप समथर राज्य में तहसीलदार थे। वत्स जी ने सन् 1935 से काव्य ग्रन्थों का प्रणयन किया है।
वत्स जी ने बुन्देली, ब्रज एवं खड़ी बोली तीनों में काव्य सृजन किया है। आपके काव्य में करूण एवं वीर रस का पूर्ण परिपाक हुआ है। वत्स जी की भाषा सानुप्रास एवं प्रवाह युक्त है। आपने बुन्देली में बुन्देलखण्ड के जन-जीवन के मार्मिक प्रसंगों का बड़ी दक्षता से सजीव एवं सरस वर्णन किया है। जिसमें स्वाभाविकता एवं चित्रमयता का भी समावेश है। वत्स जी बुन्देली के सशक्त प्रतिनिधि कवि हैं।