अश्विनी कुमार दुबे
September 23, 2024अजीत श्रीवास्तव
September 23, 2024जन्म – सन् 1957 ई.
जन्म स्थान – महोबा (उ.प्र.)
जीवन परिचय –
पेशा – शिक्षिका
वर्तमान पता – आर-44 महालक्ष्मी नगर, इंदौर म.प्र.
योग्यता – पी-एच.डी.
उपन्यास – महोबा
सातवें-आठवें दशक के साहित्य सृजन में अतीत के वैभव का इतिहास की आवृत्ति हुई है। बुन्देलखंड में चंदेलों के शौर्य की कथाएं, महोत्सव नगर की संस्कृति व उत्स तथा शक्ति सामर्थ्य, मनिया देव के आशीषों से जहाँ पुष्पित-पल्लवित विशाल साम्राज्य कालिंजर किला और उसके नीलकंठ मंदिर की प्रतिष्ठा दूर-दूर तक दस्तक देती थी। वीर वर आल्हा ऊदल जैसे पराक्रमी योद्धाओं के सामने किसी को आँख उठाने का साहस नहीं था। जिसका उल्लेख बुन्देली के आदि कवि जगनिक ने अपने ‘आल्हाखण्ड’ में लिखा है। ऐसे महोत्सव नगर जो अब ‘महोबा’ के नाम से प्रसिद्ध उ.प्र. का जिला है, के विषय में डॉ. सुधा चौहान ‘राज’ ने ‘महोबा’ नाम से एक उपन्यास लिखा है। डॉ. सुधा चौहान ने अपनी भूमि के प्रति ऐसा उपन्यास लिखकर प्राचीन महोत्सव नगर को नये संदर्भ प्रदान करने में सफलता प्राप्त की है।