बुन्देलखण्डरत्न डॉ जयकुमारजलज जी बुन्देलखण्ड विश्वकोश योजना के संरक्षक हैं। इस योजना के शुभारंभ से ही आपके बहुमूल्य सुझावों से हम सभी को परामर्श व मार्गदर्शन मिल रहा है। आपके द्वारा प्रदत्त 50,000/ रुपए की राशि प्राप्त कर सम्मान के साथ बुन्देलखण्ड विश्वकोश योजना के समस्त पदाधिकारियों की ओर से डॉ जय कुमार जलज जी के प्रति हृदय से धन्यवाद व कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। दो अक्टूबर 1934 ,ललितपुर उत्तर प्रदेश में जन्मे डॉ जयकुमार जलज जी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्यापन के साथ मध्यप्रदेश के अनेक महाविद्यालयों में प्राचार्य के पद पर रहकर सेवानिवृत्त हो रतलाम में सतत् सृजनरत हैं। अध्ययन अध्यापन करते हुए कवि, निबंधकार भाषाशास्त्री,समीक्षक, नाटककार, तथा सेवानिवृत्त हैं। “भजन में आइए”, “मैं प्राचार्य बना” , “भगवान महावीर का बुनियादी चिंतन”-पुस्तिका के 58 संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं ।इस पुस्तक का 10 भारतीय भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। ऐसे बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न परमश्रद्धेय डॉ जय कुमार जलज जी का हम अभिनन्दन करते हैं। बुन्देलखण्ड रत्न के रूप में सम्मानित करते हुए अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त करते हैं।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।