आपने साहित्य की हर विधा पर रचनाएँ की हैं जिनका विवरण इस प्रकार है-
काव्य – शिव-शिवा स्तवन , गोविन्द गीत , महाभारत , ब्रह्मानन्द , भजन माला, श्री कृष्ण कथामृत (महाकाव्य), प्रिया या प्रजा
नाटक – वीर अभिमन्यु , दानवीर कर्ण , भक्त सूरदास , अमर सिंह राठौर , सत्यवान-सावित्री आदि
उपन्यास – आग, हमारा समाज, नथनी का भार, खोया सुहाग, पाप का घड़ा, संघर्ष तिलक, भ्रम के बादल आदि हैं। गोविन्ददास ‘विनीत’ एक उच्च कोटि के कवि के पुत्र थे आपने गरीबी में दिन बिताए। आपने अपने झाँसी प्रवास पर साहित्य सृजन किया। आपके समग्र साहित्य में समाज की दशा देखने को मिलती है।
गोविन्ददास ‘विनीत’ के उपन्यासों में निर्धनों वंचितों पर किये गये अत्याचारों के प्रति विद्रोह के भाव झलकते हैं। सामाजिक-आर्थिक एवं राजनीतिक विषमता का वर्णन आपके साहित्य की पहिचान है।
‘विनीत’ जी के उपन्यासों की शैली प्राभाविक है। हिन्दी भाषा में लिखी रचनाओं में भाषा-सौष्ठव परिलक्षित होता है। आपके उपन्यासों में ग्रामीण परिवेश के कथानक में गढे सामाजिक विन्यासों, सरोकारों के लोक चित्र प्रतिबिम्बित होते हैं। आपके उपन्यासों के पात्र स्थानीय हैं और उनके सम्वाद पात्रानुसार हैं। इसीलिये प्रभावी भी है।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।