हरगोविन्द त्रिपाठी ‘पुष्प’
September 21, 2024डॉ. बलभद्र तिवारी
September 21, 2024जन्म – 8 मई 1935 ई.
जन्म स्थान – पैगम्बपुर, जिला-बाँदा (उ.प्र.)
जीवन परिचय – इकबाल बहादुर देवसरे समकालीन साहित्यकारों में अग्रगण्य हैं। आपने अनेक रचनाएँ प्रणीत की हैं कहीं उनके नाम में श्रीवास्तव लिखा भी मिलता है। आपके उपन्यासों में क्षेत्रीयता का सुन्दर आभास देखने को मिलता है। आपके लिखे उपन्यासों में
- ओरछा की नर्तकी- 1970 ई.
- बाबा कहि-कहि जाहि- 1984 ई.
- बाबा कहि कहि जाहि- इकबाल बहादुर देवसरे की यह पुस्तक सन् 1984 ई. में प्रकाशित हुई।
- यह एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर लिखा उपन्यास है।
- इसकी कथावस्तु ओरछा के महाकवि केशवदास के इस दोहे पर आधारित है।
- ओरछा की नर्तकी- इकबाल बहादुर देवसरे का यह प्रथम उपन्यास है जो सन् 1970 ई. में प्रकाशित हुआ। इसका चौथा संस्करण 1983 ई. में प्रकाशित हुआ इसमें ओरछा की नर्तकी” के आख्यान को उजागर किया गया है। इसके विषयों में संक्षिप्त विचार इस प्रकार हैं।
- यह एक ऐतिहासिक उपन्यास है।
- उपन्यास नायिका प्रधान है। जो एक ऐतिहासिक पात्र है। किन्तु इसका नाम इतिहास में नहीं है।
इस उपन्यास की कथावस्तु ओरछा राज की अतिरूपा, महाराजा इन्द्रजीत की रक्षिका एवं प्रेमिका है जो राजकवि केशवदास की काव्य-कामिनी ‘रायप्रवीन है’। इस कथानक में रचना करने के पीछे इस काल में कथावस्तु, नायिका और उसके अन्यान्य तथ्य उजागर हुये।