जीवन परिचय – इकबाल बहादुर देवसरे समकालीन साहित्यकारों में अग्रगण्य हैं। आपने अनेक रचनाएँ प्रणीत की हैं कहीं उनके नाम में श्रीवास्तव लिखा भी मिलता है। आपके उपन्यासों में क्षेत्रीयता का सुन्दर आभास देखने को मिलता है। आपके लिखे उपन्यासों में
ओरछा की नर्तकी- 1970 ई.
बाबा कहि-कहि जाहि- 1984 ई.
बाबा कहि कहि जाहि- इकबाल बहादुर देवसरे की यह पुस्तक सन् 1984 ई. में प्रकाशित हुई।
यह एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर लिखा उपन्यास है।
इसकी कथावस्तु ओरछा के महाकवि केशवदास के इस दोहे पर आधारित है।
ओरछा की नर्तकी- इकबाल बहादुर देवसरे का यह प्रथम उपन्यास है जो सन् 1970 ई. में प्रकाशित हुआ। इसका चौथा संस्करण 1983 ई. में प्रकाशित हुआ इसमें ओरछा की नर्तकी” के आख्यान को उजागर किया गया है। इसके विषयों में संक्षिप्त विचार इस प्रकार हैं।
यह एक ऐतिहासिक उपन्यास है।
उपन्यास नायिका प्रधान है। जो एक ऐतिहासिक पात्र है। किन्तु इसका नाम इतिहास में नहीं है।
इस उपन्यास की कथावस्तु ओरछा राज की अतिरूपा, महाराजा इन्द्रजीत की रक्षिका एवं प्रेमिका है जो राजकवि केशवदास की काव्य-कामिनी ‘रायप्रवीन है’। इस कथानक में रचना करने के पीछे इस काल में कथावस्तु, नायिका और उसके अन्यान्य तथ्य उजागर हुये।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।