रूपसाहि
July 17, 2024
शिक्षा समिति
July 23, 2024कवि बोधा-पद्माकर ठाकुर की त्रिवेणी
जीवन परिचय
१) जन्म –
बोधा कवि का जन्म सं. १८०४ वि. पद्माकर का जन्म. सं. १८१० वि. एवं ठाकुर कवि का जन्म सं. १८२३ में हुआ था। इनकी जन्म भूमि बुंदेलखंड है। कवि बोधा ब्राह्मण कुल में जिला बांदा के राजापुर ग्राम में उत्पन्न हुये। इनके बचपन का नाम बुद्धिसेन था। पद्माकर का जन्म भट्ट ब्राह्मण परिवार के मोहन लाल भट्ट के यहाँ जिला बांदा में हुआ। ठाकुर का पूरा नाम ठाकुरदास और पिता का नाम गुलाबराय था। आप का जन्म कायस्थ कुल में ओरछा में हुआ था।
२) कविता काल-
इनका काव्य काल मुख्यतः १८५० विसं सं. १८९७ वि. माना जाता है। जबकि ठाकुर कवि का कविता काल वि. सं. १८५० मे १८८० रहा। वस्तुतः अठारवी शदी को इन कवियों ने किसी न किसी रूप से प्रभावित किया है। पूरे पांच दशक के काव्य का इन्होंने प्रतिनिधित्व किया।