रामकृष्ण वर्मा एडवोकेट स्वतंत्रता संघर्ष काल के वकील, लेखक और क्रांतिकारी रहे। आप डॉ. वृन्दावन लाल वर्मा के भतीजे थे। ऐसे में रामकृष्ण वर्मा पर डॉ. वृन्दावन लाल वर्मा के साहित्य लेखन का प्रभाव पड़ा। आपने दो उपन्यास – प्रतिज्ञा पूर्ति , मझली रानी लिखे और प्रकाशित कराये। जिनका संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है-
प्रतिज्ञा पूर्ति- एडवोकेट राम कृष्ण वर्मा का यह प्रथम उपन्यास है। यह राष्ट्र-भावना से उत्प्रेरित है। इसकी कथावस्तु स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष की कथा है। इसके पात्र राष्ट्र भक्त युवा हैं। इनसे जुड़े झाँसी के क्रांतिकारी तथा अँग्रेज अफसर हैं। इसके सम्वाद समकालीन अंग्रेज गुप्तचरों के साथ पात्रानुसार हैं। उपन्यास की भाषा हिन्दी है।
मंझली रानी- यह उपन्यास एडवोकेट वर्मा का लिखा व प्रकाशित दूसरा उपन्यास है। जिसका विवरण इस प्रकार है। यह एक सामाजिक उपन्यास है। इसकी नायिका ‘मंझली रानी’ है। कथा वस्तु में पारिवारिक कथा सूत्रों के ताने-बानों का चरित्र चित्रण है। इसमें महलों के अंतःपुर को उजागर किया गया है। इसकी भाषा हिन्दी है। सम्वाद पात्रानुसार निर्मित हुये हैं। इस प्रकार रामकृष्ण वर्मा ने अपने उपन्यासों के माध्यम से स्वातन्त्र्य संग्राम के उद्घोष और बाद के सामाजिक पुनर्निमाण को उकेरा है।
आपका निधन सन् 1993 ई. दिसम्बर 19 को झाँसी में हुआ।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।