रचना – श्रमणा (महाकाव्य), अंजलि (गीति काव्य), बुन्देल भारती (बुन्देली के गीत), ब्रजनन्दन (ब्रजभाषा का स्फुट काव्य), कविता बाला (मुत्तक काव्य), भरत आगमन (खण्ड काव्य), चित्रगुप्त (नाटक), उर्दू गजलें
जीवन परिचय – महाकवि श्री अवधकिशोर श्रीवास्तव ‘अवधेश’ का जन्म ग्राम पट्टी कुम्हर्रा (झाँसी) में सन् 1928 ई. में 1 अक्टूबर को हुआ था। आपके पिता श्री गयाप्रसाद श्रीवास्तव थे। अवधेश जी ने एम.ए. (हिन्दी), साहित्यरत्न एवं आयुर्वेदरत्न की परीक्षाएँ उत्तीर्ण की हैं। ये चिरकाल तक सिंचाई विभाग में पेशकार रहे हैं। आपने सन् 1939 से काव्य सृजन प्रारम्भ कर दिया था। आपने निम्न- लिखित ग्रन्थों की रचना की है-
अवधेश जी का ‘बुन्देल भारती’ काव्य संकलन बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के एम.ए. के पाठ्यक्रम में निर्धारित किया गया है तथा मूसर की करामात (नाटक) सागर विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में संलग्न है। उनकी यह उपलब्धि उनकी उच्चस्तरीय काव्य प्रतिभा की परिचायक है।
कविवर अवधेश जी ने खड़ी बोली, ब्रजभाषा, बुन्देली तीनों पर अपनी लेखनी चला कर उत्कृष्ट काव्य रचना प्रस्तुत की है। उनका श्रमणा महाकाव्य मौलिकता, सरसता एवं भावमयता का अनूठा संगम है जिसमें नाना धार्मिक प्रसंगों का समावेश किया गया है। अवधेश जी का कार्यक्षेत्र व्यापक है उसमें प्रायः सम्पूर्ण भावों की अभिव्यक्ति भी है और सम्पूर्ण रसों का परिपाक भी। उनकी अलंकार योजना भावों की संपोषक तथा आकर्षक है।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।