श्री ओमप्रकाश बरसैयाँ ‘ॐकार’
September 17, 2024श्री नैमीचन्द जैन
September 17, 2024जन्म – 14 अगस्त सन् 1936
जन्म स्थान – गाजीपुर (उ.प्र.)
जीवन परिचय – लब्धप्रतिष्ठ कवयित्री श्रीमती चन्द्ररेखा सिंह का जन्म गाजीपुर (उ.प्र.) के कायस्थ परिवार में सन् 1936 में 14 अगस्त को हुआ था। आपके पिता स्वनामधन्य डॉ. हरदयाल वर्मा थे। आपने एम.ए. एवं साहित्य रत्न को परीक्षाएँ उत्तीर्ण की हैं। आप, झाँसी के विख्यात डाक्टर मनमोहन सिंह की पत्नी हैं। आप सन् 1948 से अनवरत काव्य-सृजन कर रही हैं। श्रीमती चन्द्ररेखासिंह के 3 काव्य-ग्रन्थ प्रकाशित हो चुके हैं, वे इस प्रकार हैं- (1) वन्दनी के गीत (2) पंचम स्वर (3) गीताम्बरा
आप समाजोत्थान के कार्यों में रुचि लेती रही हैं, आपकी संगीत के प्रति भी विशेष अभिरुचि है।
कवयित्री चन्द्ररेखा सिंह जी की भाषा परिमार्जित शुद्ध साहित्यिक खड़ी बोली है, जिसमें माधुर्य की प्रधानता तो है ही प्रसाद की भी न्यूनता नहीं। उनका शब्द चयन उत्कृष्ट तथा वाक्य विन्यास सुगठित है। उनके गीतों में वेदना की अनुभूति प्रखर रूप में मुखरित हुई है जो अत्यन्त अनुभव जन्य तथा स्वाभाविक प्रतीत होती है।