श्री भगवती शरण दास
September 16, 2024श्री हरसेवक द्विवेदी
September 16, 2024जन्म – 1 जुलाई 1920 ई.
जन्म स्थान – झाँसी
काव्य कृतियाँ – कविता तरंग, मन की तरंग एवं समय की पुकार इनकी प्रसिद्ध काव्य कृतियाँ हैं। आव भैया येंगर बैठै, दहेज के भिखारी, नया फैसन इनकी प्रसिद्ध कविताएँ है।
जीवन परिचय – त्यागी भाई श्री नाथूराम ‘साहू’ का जन्म झाँसी में 1 जुलाई 1920 ई. को हुआ था। आपका वर्तमान निवास स्थान 404 चमनगंज सीताराम का हाता सीपरी बाजार झाँसी है। इन्होंने किसी विद्यालय में विधिवत शिक्षा प्राप्त नहीं की किन्तु इनकी सत्संग और अध्ययन मनन के द्वारा ज्ञान अर्जन की प्रवृत्ति सदैव से रही है। आजकल ये परचून के व्यवसाय द्वारा जीविकोपार्जन कर रहे हैं। इन्होंने सन् 1965 से ही काव्य-रचना प्रारम्भ कर दी थी। कविता तरंग, मन की तरंग एवं समय की पुकार इनकी प्रसिद्ध काव्य कृतियाँ हैं। आव भैया येंगर बैठै, दहेज के भिखारी, नया फैसन इनकी प्रसिद्ध कविताएँ है। आपने गम्भीर मार्मिक एवं उपादेय विचारों को ठेठ बुन्देली के माध्यम से अभिव्यक्त किया है। आपने साहू समाज में दहेज विरोधी अभियान चलाकर पिछड़े समाज को एक नवीन दिशा प्रदान की है। आपने अपने सभी पुत्र-पुत्रियों का बिना दहेज और फिजूल खर्ची तथा भोज रहित विवाह करके कथनी और करनी की एकता का आदर्श प्रस्तुत किया है।
साहू जी की भाषा में बुन्देली की स्वाभाविक मिठास है। जिसमें लोकोक्तियों और मुहावरों के प्रयोग से सौन्दर्य की अभिवृद्धि हुई है। इन्होंने अलंकारों को बलपूर्वक प्रविष्ट करने की कोशिश कहीं भी नहीं की है। उपमा, अनुप्रास ऐसे अलंकार भाव संपुष्टि में स्वत: निसृत हो गये हैं।