राम विलास शर्मा
September 20, 2024हरि मोहन लाल श्रीवास्तव
September 20, 2024जन्म – 1 मई 1915 ई.
निधन तिथि- 12 अक्टूबर 1993 ई.
जीवन परिचय – प्रेमचंदोत्तर काल के उपन्यास साहित्य में सामाजिक पुनर्जागरण, नव-सृजन व नव-निर्माण की प्रस्थापना हुई है। इस काल के उपन्यासकारों की एक विस्तृत सूची है। रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’ इस काल के अग्रणी उपन्यास लेखक हैं। रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’ का जन्म बुन्देलखण्ड के जबलपुर (म.प्र.) में हुआ। आपकी प्रारम्भिक शिक्षा स्थानीय स्कूल, कालेजों हुई। जहाँ आपको राष्ट्र और समाज के विभिन्न रूपों का अनुभव हुआ। जो बाद में आपके साहित्य सृजन के आधार बने ।
साहित्य सृजन – रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’ का हिन्दी साहित्य का अवदान अपने समाज की स्थिति, सांस्कृतिक संदर्भों में रूपायित हुआ है। आपके प्रकाशित उपन्यासों में इन सब के विविध अक्स परिलक्षित होते हैं। आपके उपन्यास इस प्रकार हैं- चढ़ती धूप- 1945 ई. , नई इमारत – 1946 ई. , उल्का- 1947 ई. , मरू प्रदीप- 1951 ई.
आपके उपन्यासों में सामाजिक जीवन में परिवर्तन और क्रांति की प्रेरणा है। समाज, संस्कृति और राजनीतिक संदर्भ, समकालीन परिवेश के अन्यान्य पक्षों का चित्रण है। आपके उपन्यासों की भाषा शुद्ध हिन्दी है। शैली प्रभावशाली है। पात्र कथानक के अनुरूप हैं। संवाद कथानकानुसार गढ़े गये हैं।