श्री रामसजीवन त्रिपाठी
September 17, 2024श्री कैलाश निर्भीक
September 17, 2024जन्म – 25 दिसम्बर 1861
जन्म स्थान – झाँसी
जीवन परिचय – लगता है कवि श्री मदन मानव ने प्रेम में चोटें खाई हैं। आहत मानव की समर्थ रचनात्मकता ने चोटों को नासूर नहीं बनने दिया वरन् उसे एक सुन्दर सुगन्धित सुमन बना दिया है जिसकी महत्वाकांक्षा सारे वातावरण में छा जाने की नहीं, वरन् जन साधारण के कल्याण के लिये फैलने व बिखरने की है। ‘मानव’ का ‘कवि’ कविता के लिए नहीं बल्कि उसकी कविता मानव के लिए है।
अँधेरा चीर डालने वाले प्रभाकर दिनकर के काम से अपने काम की तुलना करने वाले श्री ‘मानव’ इसीलिए सामाजिक और राजनीतिक कार्यों में भी अग्रणी हैं। झाँसी नगर पालिका के पूर्व निर्वाचन में सर्वाधिक मतों से विजय श्री प्राप्त करने वाले श्री ‘मानव’ की आज भी अपनी पृथक् राजनीतिक पहिचान है। सम्प्रति श्री ‘मानव’ अनेक मजदूर संगठनों को दिशा नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं। यह क्रान्तिकारी ओजस्वी कवि समाज एवं राजनीति के क्षेत्र में भी क्रान्तिकारी भूमिका से उत्पीड़ित मानव समाज का कल्याण करे, हमारी हार्दिक मंगल कामना है।
उल्लेखनीय है कि कवि श्री ‘मदन मानव’ ने कवि परिचय का विवरण माँगने पर एक कविता ही लिख दी है जो न केवल उनका ही परिचय है, बल्कि प्रत्येक कवि का परिचय बन पड़ा है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि श्री मानव व्यक्ति के नहीं वरन समाज के साधक आराधक हैं। “कवि-परिचय” की इस कविता का रसास्वादन लें।