श्री मदन मानव
September 17, 2024श्री साकेत सुमन चतुर्वेदी ‘सुमन’
September 17, 2024जन्म – 2 सितम्बर 1950 ई.
जन्म स्थान – झाँसी
जीवन परिचय – बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ. कैलाश निर्भीक नयी पीढ़ी के ऐसे काव्यकार हैं जो प्राचीन छन्द परम्परा को अपनाये हुए हैं। 2 सितम्बर 1950 ई. को भारद्वाज मैथिल कुल में आपका जन्म हुआ था। आपके पिता स्व. जगन्नाथ प्रसाद रेलवे में चार्जमैंन थे। श्री कैलाश निर्भीक ने पत्रकारिता के क्षेत्र में 1966 ई. में ही प्रवेश कर अपनी कर्मठता और दक्षता का परिचय दिया। घनाक्षरी, दोहा, सोरठा और कुण्डलिया प्रभृति छन्दों में निर्भीक जी ने प्रचुर साहित्य सृजन किया है। आपका कुण्डली शतक ग्रंथ प्रकाशनाधीन है इसके अतिरिक्त ज्योतिष के योगों पर भी आप एक काव्य ग्रंथ का प्रणयन कर रहे हैं। आपने हिन्दी में परास्नातक के अतिरिक्त शीघ्रलिपि विशारद, वैद्य विशारद, सम्पादन कला विशारद, साहित्यरत्न, सत्यार्थरत्न, सत्यार्थभूषण प्रभृति अनेक परीक्षाएँ उत्तीर्ण की हैं। आपको साहित्य वाचस्पति, आर्यवीर, ज्योतिष प्रभाकर, राजशास्त्र वारिधि रामायणाचार्य ज्ञानवारिधि, पत्रकारिता प्रवीण, काव्य भूषण आदि अनेक मानद उपाधियाँ प्रदान कर आपको समाज सेवा, पत्रकारिता, साहित्य सेवा के लिए सम्मानित किया गया है। आपकी रचनाओं में समता और मानवतावाद की स्पष्ट झलक मिलती है तथा सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन का आव्हान नजर आता है। आप सम्प्रति 83 नझाई झाँसी में निवास करते हैं।