जीवन परिचय – श्री मलखानसिंह शाक्यवार का जन्म ग्राम धंजा तहसील कोंच (जिला जालौन) में 4-4-1951 को हुआ था। इनके पिता स्व. ललई शाक्यवार थे। इन्होंने इण्टरमीडिएट तक शिक्षा प्राप्त की है। आप संप्रति उ.प्र. सरकार की सेवा में रत हैं। श्री मलखानसिंह का प्रारंभिक कविता काल लगभग 1969 ई. है। इनके अप्रकाशित काव्य ग्रंथ इस प्रकार हैं- (1) श्री कृष्ण महिमा (खण्डकाव्य) (2) कुंडलियाँ (3) मुक्तक संग्रह (4) फुटकर काव्य संग्रह इत्यादि।
आपकी प्रकाशित कविताओं में झाँसी का ध्वस्त दुर्ग, सन्त कवि सूर, इन्द्रकोप एवं शूली से अब प्यार कर लिया प्रभृति लोकप्रिय हैं। शाक्यवार जी की रचनाओं में शृंगार एवं हास्य रस का पूर्ण परिपाक हुआ है। आपने ब्रज एवं खड़ी बोली में कविता सवैया एवं कुंडलिया छन्दों का सफल प्रणयन किया है। इसके साथ ही गीत और गजलों की भी रचना की है। आपके काव्य का आकाशवाणी छतरपुर एवं मथुरा से अनेक बार प्रसारण भी हो चुका है। शाक्यवार जी ने भक्ति, नीति, प्रकृति अनेक विषयों पर अपनी लेखनी चलाकर मुक्तक एवं प्रबंध काव्य का प्रणयन किया है। उन्होंने प्रकृति का आलंबन रूप में सजीव चित्रण किया है जो प्रतीकात्मक एवं मानवीकरण युक्त है।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।