जीवन परिचय – कविवर श्री मोतीलाल त्रिपाठी ‘अशान्त’ का जन्म ललितपुर में सन् 1922 में 10 नवम्बर को हुआ था। प्रारम्भिक जीवन के संघर्षों ने उन्हें स्वावलम्बी बनाया और उन्होंने 1948 में आगरा विश्वविद्यालय से स्नातक, तदनन्तर 1951 में नागपुर विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण की। छात्र जीवन से ही काव्य की अनेक विधानों की ओर रुचि रही है।
आपके सम्पादक रूप का परिचय अमर वाणी, राजा बेटा, दैनिक प्रभात, नई कहानियाँ, वीणा वादिनि, तुलसी पत्रिका आदि अनेक पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से होता है। आपने चित्रपट जगत को अनेक फिल्मों के संवाद एवं गीत प्रदान किये हैं। आपने निम्नलिखित कृतियों का प्रणयन किया है –
(1) काव्य-दिल्ली चलो, बापू का बलिदान, चेतना के गीत, बंग बलिदान, रश्मियाँ, छत्रसाल
(2) कहानी – सप्त लहर, नई कहानियाँ, कला और जिन्दगी।
अशांत जी की कृति खण्डकाव्य ‘दिल्ली चलो’ भारतीय स्वातंत्र्य की झलक से प्लावित है, जिसमें राष्ट्रीय चेतना की उन्मुक्त प्ररणा है। उनके गीति काव्य ‘चेतना के गीत’ की भावोक्तियाँ प्रेरणाप्रद मार्मिक तथा सरस हैं इसमें कवि को मध्यम वर्ग के संघर्षों को चित्रित करने में विशेष सफलता मिली है। आपके “नई झलक” नामक उपन्यास में भारत की अभिशप्त विधवा की करुण चीत्कार है उसकी अन्तर्व्यथाओं का मार्मिक प्रत्यक्षीकरण है जो कवि के सूक्ष्म निरीक्षण, भावुकता तथा संवेदन शीलता की परिचायक है।
आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे।
बुन्देली धरती के सपूत डॉ वीरेन्द्र कुमार निर्झर जी मूलतः महोबा के निवासी हैं। आपने बुन्देली कहावतों का भाषा वैज्ञानिक एवं समाजशास्त्रीय अनुशीलन कर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर मप्र में विभागाध्यक्ष के रुप में पदस्थ रहे। अखिल भारतीय साहित्य परिषद मालवा प्रांत, हिन्दी मंच,मध्यप्रदेश लेखक संघ जिला बुरहानपुर इकाई जैसी अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष रहे। आपके नवगीत संग्रह -ओठों पर लगे पहले, सपने हाशियों पर,विप्लव के पल -काव्यसंग्रह, संघर्षों की धूप,ठमक रही चौपाल -दोहा संग्रह, वार्ता के वातायन वार्ता संकलन सहित अनेक पुस्तकों का सम्पादन कार्य किया है। आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से कहानी, कविता,रूपक, वार्ताएं प्रसारित हुई। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में शताधिक लेख प्रकाशित हैं। अनेक मंचों से, संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में डॉ जाकिर हुसैन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट बुरहानपुर में निदेशक के रूप में सेवायें दे रहे हैं।
डॉ. उषा मिश्र
सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन।
नाम – डा. उषा मिश्रा पिता – डा.आर.सी अवस्थी पति – स्व. अशोक मिश्रा वर्तमान / स्थाई पता – 21, कैंट, कैंट पोस्ट ऑफिस के सामने, माल रोड, सागर, मध्य प्रदेश मो.न. – 9827368244 ई मेल – usha.mishra.1953@gmail.com व्यवसाय – सेवा निवृत वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी ( केमिस्ट्री और टॉक्सिकोलॉजी ) गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन। शैक्षणिक योग्यता – एम. एससी , पीएच. डी. शासकीय सेवा में रहते हुए राष्ट्रीय – अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में शोध पत्र की प्रस्तुति , मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर, गृह विभाग द्वारा आयोजित वर्क शॉप, सेमिनार और गोष्ठीयों में सार्थक उपस्थिति , पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सागर में आई. पी. एस., डी. एस. पी. एवं अन्य प्रशिक्षणु को विषय सम्बन्धी व्याख्यान दिए।
सेवा निवृति उपरांत कविता एवं लेखन कार्य में उन्मुख, जो कई पत्रिकाओं में प्रकाशित। भारतीय शिक्षा मंडल महाकौशल प्रान्त से जुड़कर यथा संभव सामजिक चेतना जागरण कार्य हेतु प्रयास रत।